Site icon HoodyBaba.com

114 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए Oldest Marathon Runner

Fauja Singh: 114 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए ‘Oldest Marathon Runner’, पर छोड़ी प्रेरणा की अमिट छाप

Beas Pind, Punjab – दुनिया के सबसे बुज़ुर्ग marathon runner माने जाने वाले Fauja Singh का 114 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। यह दुखद घटना पंजाब के उनके पैतृक गांव Beas Pind में हुई, जब एक अनजान वाहन ने उन्हें road crossing करते वक्त टक्कर मार दी।

Police के अनुसार यह एक hit-and-run case है और आरोपी की तलाश जारी है।

Fauja Singh सिर्फ एक athlete नहीं थे, बल्कि वो एक global icon थे, जिन्होंने 89 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया और 100 की उम्र पार करने के बाद भी लगातार marathons पूरी कीं। उन्होंने 2000 से 2013 के बीच 9 full marathons पूरी की थीं।

उनके running club Sikhs In The City ने कहा है कि अब Ilford (London) में होने वाले उनके सभी events को Fauja Singh के जीवन और उपलब्धियों को समर्पित किया जाएगा। उनके नाम पर एक Fauja Singh Clubhouse भी स्थापित करने की योजना है।

“Impossible is Nothing” सिर्फ एक tagline नहीं थी, Fauja Singh की ज़िंदगी थी
Adidas के 2004 के global campaign Impossible is Nothing में Muhammad Ali जैसे legends के साथ नजर आए Fauja Singh, असल ज़िंदगी में इस मंत्र के जीवंत प्रतीक थे।

2011 में उन्होंने reportedly Toronto Waterfront Marathon में 100 साल की उम्र में full marathon complete की — ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति होने का दावा किया गया। हालांकि, Guinness World Records ने official birth certificate न होने के कारण इसे मान्यता नहीं दी।

उनका British Passport उनकी जन्मतिथि 1 April 1911 दिखाता है और उनके पास Queen Elizabeth II का 100वें जन्मदिन पर भेजा गया letter भी है।

Grief से प्रेरणा तक: Running journey की शुरुआत

Fauja Singh ने marathon running की शुरुआत एक personal tragedy के बाद की। उनकी पत्नी के निधन के बाद, जब वो London में अपने बेटे के साथ रहने लगे, तब India की यात्रा के दौरान उन्होंने अपने छोटे बेटे की accident में मृत्यु देखी।

इस घटना ने उन्हें अंदर तक तोड़ दिया। वो घंटों उस जगह बैठकर grief में रहते जहां उनका बेटा दफनाया गया था। उसी वक्त उनके परिवार ने उन्हें वापस UK लाने का फैसला किया।

Ilford में एक gurdwara visit के दौरान उनकी मुलाकात elderly runners और Harmander Singh से हुई, जो बाद में उनके कोच बने।

Fauja ने अपना पहला marathon 2000 में London Marathon में BLISS charity के लिए दौड़ते हुए पूरा किया। उनकी tagline थी:
“Oldest running for the youngest!”

Turban के लिए लड़ी लड़ाई और पहला Marathon

London Marathon में उन्हें patka पहनने की इजाजत थी, लेकिन Fauja ने turban पहनने की मांग की। उन्होंने organisers से साफ कहा, “मैं बिना पगड़ी दौड़ूंगा नहीं।”

आखिरकार organisers ने अनुमति दी और उन्होंने turban में दौड़ पूरी की — यह उनके अनुसार उनकी सबसे बड़ी personal जीत थी।

Records, Recognition और Global Respect
2003 में Toronto Waterfront Marathon को उन्होंने 5 घंटे 40 मिनट में पूरा किया — ये उनका personal best था।

2005 में Pakistan के प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर Lahore Marathon में हिस्सा लिया।

2006 में उन्हें Queen Elizabeth II ने Buckingham Palace बुलाया।

Punjab के उनके घर में Queen के साथ उनकी फोटो एक फ्रेम में सजाई हुई है, जो उनकी उपलब्धियों की गवाही देती है।

“Mujhe Harmander Singh na milte, toh main kabhi marathon runner nahi banta”
Fauja सिंह अपने coach Harmander Singh को हमेशा अपनी सफलता का श्रेय देते रहे। “London में वो मुझे uphill running कराते थे और इसी से मेरी fitness में ज़बरदस्त सुधार हुआ।”

Training के बाद वो अक्सर gurudwara जाते थे, जहां उनकी diet और motivation दोनों का ध्यान रखा जाता।

Legacy lives on…

Fauja Singh भले अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका inspirational journey और “never too late” attitude, लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।

उनके नाम पर अब Ilford में Fauja Singh Birthday Challenge 2026 तक सारे marathon events dedicated रहेंगे।

Tags:
Fauja Singh, Oldest Runner, Marathon, Sikhs in the City, Hit and Run India, Inspirational Stories, Indian Athletes, London Marathon, Punjab News, Elderly Fitness

Exit mobile version